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यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद भारत की स्थिति को मॉस्को समर्थक के तौर पर बताई गई है। हालंकि नई दिल्ली ने अभी तक स्पष्ट रूप से मॉस्को की निंदा नहीं की है और यूनाइटेड नेशंस में संबंधित वोटिंग पर भाग नहीं लिया। भारत ने रूसी हथियार और तेल की खरीद नहीं करने को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही भारत ने रूसी विदेशी मंत्री सर्गेई लावरोव की मेजबानी की है। लावरो....
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भारत और श्रीलंका के बीच द
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) क